शेयर बाजार में लगातार दूसरे दिन गिरावट, सेंसेक्स-निफ्टी लुढ़के; बीएफ यूटिलिटीज के तिमाही नतीजों ने भी निराश किया
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शेयर बाजार में लगातार दूसरे दिन गिरावट, सेंसेक्स-निफ्टी लुढ़के; बीएफ यूटिलिटीज के तिमाही नतीजों ने भी निराश किया

बाजार में सुस्ती और बिकवाली का दबाव

घरेलू शेयर बाजार में अस्थिरता का माहौल बना हुआ है और सप्ताह के पहले कारोबारी दिन यानी सोमवार को भारतीय बाजार लगातार दूसरे सत्र में गिरावट के साथ बंद हुए। हालांकि सुबह के सत्र में बाजार ने सकारात्मक शुरुआत की थी, लेकिन यह तेजी ज्यादा देर टिक नहीं सकी। शुरुआती बढ़त गंवाने के बाद, 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 331.21 अंक या 0.39 प्रतिशत की गिरावट के साथ 84,900.71 के स्तर पर बंद हुआ। दिन के कारोबार के दौरान एक समय ऐसा भी आया जब सेंसेक्स 521.81 अंक तक टूटकर 84,710.11 के निचले स्तर पर पहुंच गया था। दूसरी ओर, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी दबाव में दिखा और 108.65 अंक यानी 0.42 प्रतिशत फिसलकर 25,959.50 पर बंद हुआ।

शुक्रवार को भी बाजार का मूड कुछ ऐसा ही था, जब सेंसेक्स 400 अंक और निफ्टी 124 अंक गिरकर बंद हुए थे। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर के अनुसार, निफ्टी-50 सूचकांक 26,000 के महत्वपूर्ण मनोवैज्ञानिक स्तर से ऊपर टिकने में नाकाम रहा। बाजार में यह घबराहट मुख्य रूप से अमेरिका-भारत अंतरिम व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने में हो रही देरी और अन्य जोखिमों की आशंका के कारण देखी जा रही है।

प्रमुख शेयरों का प्रदर्शन और सेक्टोरल अपडेट

सेंसेक्स की कंपनियों में भारत इलेक्ट्रॉनिक्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टाटा स्टील, अल्ट्राटेक सीमेंट, बजाज फिनसर्व और टाटा मोटर्स पैसेंजर व्हीकल्स सबसे ज्यादा नुकसान उठाने वाले शेयरों में शामिल रहे। ऑटो और मेटल सेक्टर में भारी बिकवाली देखी गई। हालांकि, आईटी शेयरों ने गिरते बाजार को कुछ सहारा देने की कोशिश की। टेक महिंद्रा, एशियन पेंट्स, इंफोसिस, अदानी पोर्ट्स, सन फार्मा और एचडीएफसी बैंक हरे निशान में बंद हुए, जिससे सूचकांक को और ज्यादा गिरने से थोड़ी राहत मिली।

विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) द्वारा बिकवाली का सिलसिला जारी है। एक्सचेंज से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक, शुक्रवार को एफआईआई ने 1,766.05 करोड़ रुपये के शेयर बेचे। इसके विपरीत, घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने बाजार पर भरोसा जताते हुए 3,161.61 करोड़ रुपये की खरीदारी की।

वैश्विक बाजारों का रुख और कमोडिटी अपडेट

एशियाई बाजारों में मिला-जुला रुख देखने को मिला। शंघाई का कंपोजिट इंडेक्स और हांगकांग का हैंगसेंग लाभ के साथ बंद हुए, जबकि दक्षिण कोरिया का कोस्पी गिरावट के साथ लाल निशान में रहा। जापान के बाजार छुट्टी के कारण बंद थे। दूसरी ओर, यूरोपीय बाजार हरे निशान में कारोबार कर रहे थे और अमेरिकी बाजार भी शुक्रवार को बढ़त के साथ बंद हुए थे, जिसके पीछे दिसंबर में फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदें हैं। कमोडिटी बाजार की बात करें तो वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.98 प्रतिशत की गिरावट के साथ 61.95 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है, जो भारत जैसे तेल आयातक देश के लिए एक राहत की खबर हो सकती है।

बीएफ यूटिलिटीज: वित्तीय प्रदर्शन और शेयर विश्लेषण

बाजार की इस व्यापक गिरावट के बीच, इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र की स्मॉल-कैप कंपनी बीएफ यूटिलिटीज लिमिटेड के शेयरों में भी हलचल रही। कंपनी का शेयर एनएसई पर 2.10% की गिरावट के साथ 639.55 रुपये पर बंद हुआ। दिन के दौरान इसने 659.75 का उच्च स्तर और 625.20 का निचला स्तर बनाया। वर्तमान में कंपनी का मार्केट कैप लगभग 2,409 करोड़ रुपये है और इसका पी/ई अनुपात (P/E Ratio) 30.65 है, जो निवेशकों को वैल्युएशन का अंदाजा देता है।

दिसंबर 2024 को समाप्त तिमाही के लिए कंपनी के वित्तीय नतीजे थोड़े चिंताजनक रहे हैं। बीएफ यूटिलिटीज ने 216.34 करोड़ रुपये की संगठित बिक्री दर्ज की है, जो पिछली तिमाही के 227.81 करोड़ रुपये की तुलना में 5.03% कम है। अगर हम पिछले साल की इसी तिमाही से तुलना करें, तो बिक्री में 13.70% की गिरावट आई है। हालांकि, कंपनी ने इस तिमाही में कर पश्चात 83.93 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा कमाया है, जो कंपनी की लाभप्रदता को दर्शाता है।

निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण जानकारी

बाजार में निवेश करते समय, विशेषकर बीएफ यूटिलिटीज जैसे स्मॉल-कैप शेयरों में, निवेशकों को ‘शेयर प्राइस’ और ‘टारगेट प्राइस’ के बीच का अंतर समझना आवश्यक है। शेयर की कीमत (जैसे अभी 639.55 रुपये) वह वर्तमान मूल्य है जिस पर एक्सचेंज में कारोबार हो रहा है और यह मांग और आपूर्ति के आधार पर दिन भर बदलता रहता है। वहीं, ‘टारगेट प्राइस’ वह अनुमानित मूल्य है जो विश्लेषक कंपनी के फंडामेंटल्स, इंडस्ट्री के भविष्य और आर्थिक स्थितियों के गहन अध्ययन के बाद तय करते हैं।

चूंकि ब्रोकरेज फर्मों और विश्लेषकों के टारगेट प्राइस अलग-अलग हो सकते हैं, इसलिए यह किसी गारंटी की तरह नहीं होते। बीएफ यूटिलिटीज जैसी कंपनियों में निवेश का निर्णय लेते समय केवल शेयर की कीमत को न देखें, बल्कि प्रतिष्ठित निवेश बैंकों और स्वतंत्र रिसर्च फर्मों की विस्तृत रिपोर्टों का अध्ययन करें। 52 सप्ताह के उच्च स्तर (1080 रुपये) और निम्न स्तर (573 रुपये) को देखकर शेयर की चाल का अंदाजा लगाया जा सकता है, लेकिन अंतिम फैसला हमेशा वित्तीय सलाहकार से परामर्श के बाद ही लेना समझदारी है।